इस कायक्रम में कलशाला के प्राचाय के सयू चद्रं राव जी अध्यक्ष करके इसके ज रए उन्होंने हदंी भाषा के महत्व के बारे में बताया।
हर साल 14 सतबंर के दन हदंी दवस हमें मानते हैं क्यों क हमारे सं वधान ने हदंी को राजभाषा के रूप में इस दन गौरवािन्वत कया गया इस लए हमें इस दन हदंी दवस मनाते हैं